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सीपी जोशी के बारे में
डॉ. सी. पी. जोशी, जिन्हें "सीपी साहब" के नाम से जाना जाता है, एक कांग्रेस नेता हैं।वह 15वीं लोकसभा में भीलवाड़ा से भारतीय संसद के सदस्य हैं।व्यक्तिगत पृष्ठभूमि
29 जुलाई, 1950 को राजस्थान के नाथद्वारा में जन्मे,जोशी श्री भुदेव प्रसाद जोशी और श्रीमती सुशीला देवी जोशीके पुत्र हैं। इन्होंने नाथद्वारा में अपनी प्राथमिक और उच्चमाध्यमिक शिक्षा प्राप्त की।इन्होंने एम. बी. कॉलेज, उदयपुर से लॉ से बीए किया।बाद में उन्होंने भौतिक विज्ञान और मनोविज्ञान में अपनी परास्नातक पूरा किया।उनके पास मनोविज्ञान मेंपीएचडी भी है।सी. पी. जोशी ने एम. बी. कॉलेज, उदयपुर में एक प्रवक्ता के रूप में काम किया है।उन्होंने मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर में मनोविज्ञान के प्रोफेसर के रूप में भी काम किया है।
राजनीति में जोशी की भागीदारी मोहन लाल सुखाड़िया ने की, जिन्हें ’’आधुनिक राजस्थान का निर्माता’’ कहा जाता है।तब से राजनीति में उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा है।
व्यवसायिक पृष्ठभूमि
डॉ. जोशी ने अपना राजनीतिक करियर 1973 में शुरू किया और धीरे-धीरे सफलता की सीढ़ी पर चढ़ गए।उनकी कुछ उल्लेखनीय राजनीतिक गतिविधियों और उपलब्धियों को नीचे सूचीबद्ध किया गया है:- 1973 में वह उदयपुर विश्वविद्यालय के विद्यार्थी संघ के अध्यक्ष बने।
- 1998 में राजस्थान के कैबिनेट मंत्री के रूप में, उन्होंने ग्रामीण विकास, पंचायती राज, शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी, लोक स्वास्थ्य, इंजीनियरिंग और नीति योजना जैसे विभिन्न विभागों को संभाला।
- 2003 में उन्हें राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया।
- मई 2009 में उन्होंने ग्रामीण विकास और पंचायती राज के केंद्रीय मंत्रालय के प्रमुख के रूप में भारत की संसद में अपना पहला कार्यकाल शुरू किया।
- राजस्थान की विधान सभा सदस्यके चार पदों के लिए, नाथद्वारा का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- गूगलइंडियाज गेटिंग वुमेन ऑनलाइन प्रोजेक्ट शुरू किया। इस अभियान का उद्देश्य भारतीय महिलाओं को इंटरनेट का उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित करना है, जो उनके कौशल को बढ़ाने में मदद करेगा।
- वह राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्षथे। उनके कार्यकाल के दौरान राजस्थान टीम ने दो बार रणजी ट्रॉफी जीती।
सी. पी. जोशी के अधीन हुएविकास
सी. पी. जोशी ने भीलवाड़ा के लिए कई विकास कार्यों का आरंभ किया, जैसे कि:- पूरे देश में राजीव गांधी सेवा केंद्र योजना शुरू की।
- उन्होंने भीलवाड़ा जल आपूर्ति योजना शुरू की।
- उन्होंने 101 स्व-सहायता समूह योजनाएँ शुरू की ताकि भीलवाड़ा के युवा प्रशिक्षण और रोजगार के अवसरों का लाभ उठा सकें।
- उन्होंने पीएमजी योजना दोबारासे शुरू की,जिसके माध्यम से 1,500 किलोमीटर की सड़कें राज्य के लिए आवंटित की गई थीं।
Last Updated on September 26, 2018