निर्वाचन क्षेत्र – दतिया

सीट का चुनावी महत्व
मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के विरुद्ध पेड न्यूज मामले में भारत निर्वाचन आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद दतिया विधानसभा का राजनीतिक घमासान तय होगा। मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के राजनीतिक करियर पर सुप्रीम कोर्ट से निर्णय आने तक तलवार लटक रही है। यदि फैसला पक्ष में नहीं आया तो मंत्री डॉ. मिश्रा अपने बेटे सुकर्ण मिश्रा को चुनाव मैदान में उतार सकते हैं। ऐसे में कांग्रेस की एकजुटता व भाजपा का असंतुष्ट खेमा मिलकर बाजी पलट सकता है। यहां से प्रतिष्ठित सराफा व्यवसायी राधेश्याम अग्रवाल को कांग्रेस से मैदान में उतारने की भी चर्चाएं हैं।सीट के मुद्दे
विधानसभा क्षेत्र में उद्योग न होने के कारण बेरोजगारी बढ़ी है। मिनी वृंदावन के नाम प्रसिद्ध दतिया में पर्यटन स्थलों का विकास नहीं हुआ। निर्माण कार्यों में गुणवत्ता की अनदेखी से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला। जिला अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में चिकित्सकों व अन्य मेडिकल स्टाफ की कमी है।2018 में संभावित प्रत्याशी
भाजपा- विधायक प्रदीप अग्रवाल, जिपं सदस्य आलोकसिंह परिहार, सुनील महते
कांग्रेस- घनश्यामसिंह, राजेश दांतरे व दामोदरसिंह
Last Updated on October 31, 2018