कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर जीवनी



Colonel Rajyavardhan Singh Rathore

कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर

जन्म तिथि 29 जनवरी, 1970
जन्म स्थानजैसलमेर, राजस्थान
राजनीतिक पार्टी भाजपा
धर्महिन्दू
शिक्षानेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) से स्नातक
वैवाहिक स्थितिविवाहित
पत्नीगायत्री राठौर
बच्चेमानवादित्य सिंह राठौर, गौरी राठौर
राजनीति में शामिल होने से पहलेभारतीय सेना में कर्नल
संभाले गए पद
  • 14 मई 2018 के बाद से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के लिए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)।
  • 3 सितंबर 2017 से युवा मामलों और खेल के लिए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)।
  • सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री (9 नवंबर 2014 से 14 मई 2018 तक)।
पुरस्कारपद्मश्री, अति विशिष्ट सेवा मेडल, शूटिंग के लिए अर्जुन पुरस्कार, राजीव गांधी खेल रत्न

राज्यवर्धन सिंह राठौर के बारे में

राज्यवर्धन सिंह राठौर एक बहु-प्रतिभाशाली सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित निशानेबाज और पूर्व सैनिक, राठौर जयपुर ग्रामीण सीट से सांसद हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में अपने कैबिनेट का विस्तार करते समय राठौर को सरकार में शामिल किया।

राज्यवर्धन सिंह राठौर का प्रारंभिक जीवन

शानदार निशानेबाज राठौर का जन्म 29 जनवरी, 1970 को लक्ष्मण सिंह राठौर, जो कि एक सेवानिवृत्त कर्नल हैं, और स्कूल शिक्षक मांजू राठौर के यहां राजस्थान के जैसलमेर में हुआ था। राठौर ने राजनीति में शामिल होने से पहले खेलों की दुनिया में पुरस्कार जीते।

राठौर को बचपन से ही निशानेबाजी का शौक था और जब राठौर ने यह महसूस किया तो उन्होंने इसे निखारने के लिए अधिक अभ्यास करना शुरू कर दिया। राठौर को क्रिकेट का भी जुनून था और मध्य प्रदेश क्रिकेट टीम की तरफ से रणजी ट्राफी, जो भारतीय क्रिकेट टीम में जाने की पहली सीढ़ी है, के लिए उन्हें चुना गया था। लेकिन उनकी मां ने उन्हें मना कर दिया क्योंकि उस समय वह बहुत छोटे थे और कक्षा दस में ही पढ़ रहे थे। बाद में उन्हें नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) में चुना गया और वहां से प्रशिक्षण और शिक्षा प्राप्त करने के बाद एक सैनिक बन गए।

राज्यवर्धन सिंह राठौर का सेना और खेल करियर

एक सैनिक तथा एक उत्कृष्ट खिलाड़ी के करियर के दौरान असाधारण सेवाओं के लिए राठौर को दिए जाने वाले सम्मानों तथा पुरस्कारों की सूची लंबी है।

वर्ष 1990 में, जब राठौर भारतीय सेना में मेजर थे तब उन्हें भारतीय सैन्य अकादमी द्वारा 'सोर्ड ऑफ ऑनर' पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

सन् 2004 में राठौर द्वारा “एथेंस ओलंपिक” में पुरुषों के डबल ट्रैप स्पर्धा में देश के लिए रजत पदक जीतने के बाद लोकप्रियता मिली। 2004 में, उन्होंने सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में विश्व शूटिंग चैंपियनशिप जीती। उनकी जीत आगे भी जारी रही और 2006 में, उन्होंने मेलबर्न में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता और उसी साल काहिरा में आयोजित विश्व शूटिंग चैंपियनशिप में एक और स्वर्ण पदक जीता।

उन्होंने भारतीय सेना अकादमी में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी होने के नाते राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, सिख सैन्य दल स्वर्ण पदक और भारत के राष्ट्रपति द्वारा उनकी असाधारण सेवाओं के लिए ‘अति विशिष्ट सेवा पदक’ के रूप में कई प्रतिष्ठित पुरस्कार और सर्वोच्च सम्मान प्राप्त किए हैं। राठौर को प्रतिष्ठित सम्मान 'पद्मश्री' से भी सम्मानित किया जा चुका है। 2008 में बीजिंग चीन में आयोजित मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया और 2006 समर ओलंपिक में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान राठौर को भारत का ध्वजवाहक चुना गया था। उन्होंने 2002 से 2006 के दौरान विभिन्न देशों में आयोजित डबल ट्रैप चैंपियनशिप में 25 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय पदक जीते हैं।

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राज्यवर्धन सिंह राठौर का राजनीतिक करियर

2013 में सेना से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद, राठौर भाजपा में शामिल हो गए और वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव में राजस्थान के जयपुर ग्रामीण सीट से सांसद चुने गए। सरकार में राजस्थान की भागीदारी बढ़ाने के लिए राज्य मंत्री का पद राठौर को दिया गया, जो संसद में राजस्थान से अकेले ही प्रतिनिधि (निखिल चंद, रसायन और उर्वरक मंत्री) थे। .

मीडिया और सरकार के बीच व्याप्त दूरियों पर ध्यान देते हुए राठौर ने हाल ही में कहा कि यहाँ पर केवल एकतरफा बातचीत की जा रही है और केन्द्र में नई सरकार बनने के बाद इस परिदृष्य में सुधार होना चाहिए था। इसके अलावा, उन्होंने देश के आर्थिक विकास को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए सरकार पर भी दबाव डाला।
4 जून, 2018

4 जून, 2018 को अंतिम अपडेट किया गया।