पंजाब में आम आदमी पार्टी को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। जैतो से विधायक बलदेव सिंह ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बलदेव सिंह ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भेज दिया है। बलदेव सिंह ने सुखपाल खैहरा के बाद इस्तीफा दिया है। अब खबर है कि मास्टर बलदेव सिंह सुखपाल खैरा द्वारा बनाई गई नई पार्टी में शामिल हो सकते हैं। मास्टर बलदेव सिंह ने अरविंद केजरीवाल पर दलित कार्ड का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
बलदेव सिंह ने क्या लिखा है त्यागपत्र में
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को दिए अपने त्याग पत्र में बलदेव ने लिखा कि वे आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपने त्यागपत्र को आगे बढ़ाने के लिए दुखी हैं क्योंकि पार्टी ने पूरी तरह से अपनी मूल विचारधारा और सिद्धांतों को छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि वे अन्ना हजारे द्वारा शुरू किए गए भ्रष्टाचार-विरोधी आंदोलन से प्रेरित थे और इस तरह आप पार्टी का हिस्सा बन गए। हमारे देश की विशेष रूप से हमारे राज्य पंजाब की सामाजिक-राजनीतिक स्थिति को सुधारने के लिए मैंने प्रधान शिक्षक के तौर पर सरकारी नौकरी छोड़ने का फैसला किया था।
सुखपाल सिंह खैरा भी दे चुके है इस्तीफा
सुखपाल सिंह खैरा ने कुछ दिन पहले ही पार्टी छोड़ी थी। उन्होंने आरोप लगाए थे कि अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के बाद जिस मकसद से पार्टी का गठन किया गया था, यह उस विचारधारा और सिद्धांत से पूरी तरह भटक गई है। गौरतलब है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के चलते पिछले साल नवंबर में पार्टी से निलंबित किए गए खैरा ने अपना त्यागपत्र आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को भेज दिया है। बोलाथ से विधायक ने अपने त्यागपत्र में कहा, “देश की पांरपरिक पार्टियों की वर्तमान राजनीतिक संस्कृति बुरी तरह बिगड़ चुकी है जिसके चलते आप के गठन से बहुत उम्मीदें जगीं थीं।” खैरा ने कहा, “दुर्भाग्य से पार्टी में शामिल होने के बाद मैंने महसूस किया कि आप का पदक्रम भी पारंपरिक केंद्रीकृत राजनीतिक पार्टियों से अलग नहीं है।” पिछले साल जुलाई में पंजाब विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष के पद से हटाए जाने के बाद से वह आप नेतृत्व के मुखर आलोचक रहे हैं।
Tags: Arvind Kejriwal, Lok Sabha Chunav 2019, आम आदमी पार्टी, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, लोकसभा चुनाव 2019