मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि राज्य की पूर्व भाजपा सरकार ने किसानों के नाम पर घोटाले किए हैं। कमलनाथ ने किसानों की कर्ज माफी में गलत तरीके से लोगों के नाम शामिल किए जाने और जिन्होंने लोन नहीं लिया उनका नाम भी लिस्ट में होने पर कहा है कि यह दो हजार करोड़ से भी ज्यादा का घोटाला है।
कर्जमाफी के नाम पर 2 हजार करोड़ से भी ज्यादा का हुआ घोटला
एमपी के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि पुरानी सरकार ने मरे हुए किसानों के नाम पर कर्ज जारी किए हैं। कर्ज नहीं लेने वाले किसानों के नाम भी कर्जमाफी की लिस्ट में शामिल हो गए। इसके अलावा मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यह भी कहा कि मैं ऐसे कई किसानों से मिला हूँ, जिन्होंने लोन भी नहीं लिया है लेकिन लिस्ट में उनके नाम पर लोन दिखाया गया है।’ उन्होंने कहा, ‘कुछ ऐसे भी लोग हैं जिनका नाम गलत तरीके से उस लिस्ट में शामिल हैं, जिनके लोन माफ किए गए हैं।’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह एक बड़ा घोटाला है और यह दो हजार करोड़ से भी बड़ा हो सकता है। हालांकि यह सिर्फ कमलनाथ नाथ का दावा है अभी तक इस मामले में किसी भी प्रकार की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
दोषी मैनेजरों के खिलाफ होगी कार्रवाई
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि यह एक दो जगहों की बात नहीं है। मैं कम से कम तीन चार जिलों के लोगों से मिला उन्होंने बताया कि लोन नहीं लेने के बावजूद उनका नाम बकायादारों की लिस्ट में शामिल है। कमलनाथ ने कहा कि यह भाजपा के शासन का बड़ा घोटाला है। इसके लिए दोषी बैंक मैनेजरों के खिलाफ हमारी सरकार कार्रवाई करेगी।
आपको बता दें कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 17 दिसंबर को पदभार ग्रहण करने के कुछ ही घंटों के बाद, प्रदेश में किसानों के दो लाख रुपए तक कृषि लोन माफ करने की घोषणा की थी। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का यह एक प्रमुख वादा था। प्रदेश सरकार ने कहा कि किसान ऋण माफी योजना का फायदा किसानों को 22 फरवरी से मिलने लगेगा।
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