छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 के संभावित चुनावी नतीजे पर वार्तालाप करने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज नौ वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली आमंत्रित किया है। अगर कांग्रेस बहुमत के साथ सरकार बनानी की स्थिति में आती है, तब तो कोई दिक्कत नहीं होगी, लेकिन गठबंधन की सरकार बनानी पड़ी तो पार्टी का क्या कदम होगा? इस पर राहुल आज चर्चा करेंगे।
बैठक में शामिल होने के लिए चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, चुनाव योजना एवं रणनीति समिति के अध्यक्ष रविंद्र चौबे, पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल गुरूवार को ही दिल्ली पहुंच गए हैं। जबकि नेता-प्रतिपक्ष विधायक सत्यनारायण शर्मा, टीएस सिंहदेव, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. शिवकुमार डहरिया समेत कई नेता शुक्रवार की सुबह रवाना हो गए हैं। बैठक में छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया, डॉ. अरुण उरांव और डॉ. चंदन यादव भी शामिल होंगे।
प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस भले ही अपनी-अपनी सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन अभी तक दोनों संशय की स्थिति में हैं। दोनों दलों के नेताओं को यह संभावना भी बनती नजर आ रही है कि छत्तीसगढ़ में पहली बार गठबंधन की सरकार बनानी पड़ सकती है। इधर, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के सुप्रीमो अजीत जोगी की यही कोशिश रही है कि भाजपा और कांग्रेस किसी भी हालत में बहुमत में नहीं आ पाएं, ताकि वे छत्तीसगढ़ के कुमार स्वामी बन जाएं। इसी रणनीति के तहत ही जोगी ने बसपा के साथ गठबंधन भी किया। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ व बसपा के साथ गठबंधन करने की स्थिति बनी तो कांग्रेस के लिए दिक्कत इस बात की होगी कि उसने जोगी को पार्टी से बाहर किया है।
खबरों की मानें तो राहुल गांधी संभावनाओं को देखते हुए ही वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करेंगे, ताकि गठबंधन की नौबत आई, तो वे मानसिक रूप से तैयार रहें। बैठक में यह भी तय हो सकता है कि किस नेता को गठबंधन का प्रस्ताव लेकर भेजा जाएगा, ताकि देर न हो। गठबंधन की शर्तें क्या हो सकती हैं, कांग्रेस किन शर्तों को मानेगी, ऐसे कई बिंदुओं पर चर्चा होने की संभावना है। प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेता यही दावा करेंगे कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को गठबंधन की जरूरत नहीं होगी। कांग्रेस बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है।
Tags: अजीत जोगी, कांग्रेस, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव, बसपा, भाजपा, राहुल गाँधी
4 Comments
Nice news
नतीजे आए नहीं वार्तालाप जारी
Good news 🙂
Good