मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री कमलनाथ और भूपेश बघेल ने सोमवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही किसानों के कर्ज माफी के दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर मंजूरी दे दी है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बनते ही भूपेश बघेल ने सोमवार यानि 18 दिसंबर को चुनावी वादे के अनुरूप किसानों की अल्पकालिक फसली ऋण माफ करने की घोषणा की। भूपेश बघेल ने कहा, चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार बनने के 10 दिन के भीतर ही किसानों का कर्ज माफ करने और मक्के का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1700 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2500 रुपये प्रति क्विंटल करने का वादा किया था। मुझे (भूपेश बघेल)बताते हुए खुशी है कि हमने ये दोनों फैसले ले लिए हैं।
वहीं कांग्रेस के कमलनाथ ने मध्यप्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ लेते ही राज्य विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के वचन पत्र (घोषणा पत्र) में किसानों के कर्ज माफी के वादे के अनुसार सोमवार शाम सबसे पहले किसानों के 2 लाख रुपए तक के कर्ज माफ करने की फाइल पर हस्ताक्षर किए।
विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के लिए जीत के साथ ही एक बुरी खबर आई, सोमवार को जहां एक ओर कमलनाथ अपने सीएम पद की शपथ ले रहे थे तो दूसरी ओर सिक्ख समुदाय के लोग उनके खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे थे। इस प्रदर्शन का मुख्य कारण 1984 के सिख दंगों में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को उम्र कैद की सजा होना था।
आपको बता दें सोमवार को 34 साल बाद 1984 के सिख दंगों में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दिल्ली हाईकोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई। पांच साल पहले दिल्ली के ट्रायल कोर्ट ने दिल्ली कैंट के राज नगर इलाके में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को 1 नवंबर 1984 को पांच लोगों की हत्या के आरोप में बरी कर दिया था।
अदालत ने कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को हत्या, दंगा भड़काने और साजिश रचने का दोषी पाते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। आपको बता दें सिख विरोधी दंगे तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद शुरू हुए थे। 31 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी के सिख बॉडीगार्ड ने उनकी हत्या कर दी थी। इसके बाद सिख विरोधी दंगे शुरू हो गए। सज्जन कुमार के भड़काने पर भीड़ ने दिल्ली के राज नगर इलाके में केहर सिंह, गुरप्रीत सिंह, रघुवेंदर सिंह, नरेंदर पाल सिंह और कुलदीप सिंह की हत्या कर दी। सज्जन कुमार के अलावा 1984 सिख विरोधी दंगे में भीड़ को भड़काने के आरोप में कांग्रेसी नेता कमल नाथ और जगदीश टाइटलर का भी नाम शामिल है।
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